पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर लगा विराम कांग्रेस की बदली रणनीति: ग्वालियर चंबल को साधने फूल सिंह बरैया होंगे राज्यसभा की पहली च्वाइस


*!!.24 में से 16 विधानसभा सीटें ग्वालियर चंबल संभाग की.!!*


मध्य प्रदेश की सत्ता कांग्रेस के हाथ से भले ही निकल गई है लेकिन पार्टी इस कोशिश में लगी हुई है कि वह 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में अधिक से अधिक सीटें जीतकर सत्ता में वापसी कर ले। इसके लिए पार्टी के रणनीतिकार विभिन्न स्तरों पर रणनीति बना रहे हैं। इसमें से एक कोशिश यह है कि राज्यसभा के चुनाव में फूलसिंह बरैया को पहली प्राथमिकता देते हुए उन्हें जिताकर सांसद बनाया जाए। ताकि उनके माध्यम से ग्वालियर चंबल संभाग की 16 विधानसभा सीटों को साधा जा सके। फूल सिंह बरैया दलित राजनीति के बड़े चेहरे माने जाते हैं। ग्वालियर चंबल संभाग के दलित वर्ग में उनकी अच्छी पैठ है। लिहाजा उन्हें राज्यसभा में भेजने से कांग्रेस को बड़ा फायदा हो सकता है। इसलिए पार्टी के रणनीतिकार इस प्रयोग पर विचार कर रहे हैं। ज्ञात हो कि राज्य में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। वर्तमान विधायकों की संख्या के आधार पर एक सीट कांग्रेस और दो सीट भाजपा के खाते में जानी है। कांग्रेस ने दो उम्मीदवार दिग्विजय सिंह और फूल सिंह बरैया को मैदान में उतारा है। पहली प्राथमिकता पर दिग्विजय सिंह और दूसरी प्राथमिकता पर फूल सिंह बरैया का नाम है। प्रदेश में सत्ता हाथ से निकलते ही कांग्रेस के सियासी गणित बदलने लगे हैं। कांग्रेस नेता राज्य में दलित वोट बैंक को मजबूत करना चाहते हैं, जिसके चलते हाईकमान से राज्यसभा चुनाव में पहली प्राथमिकता पर दलित नेता फूल सिंह बरैया का नाम लाने के लिए पार्टी हाईकमान को प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया है। ज्यादातर कांग्रेस नेता हाथ से सत्ता जाने से दुखी हैं और कांग्रेस की वापसी के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस के कुछ दिग्गज नेताओं ने राज्यसभा उम्मीदवार फूल सिंह बरैया के पक्ष में एक पत्र लिखा है। इस पत्र में नेताओं ने अनुसूचित जाति और जनजाति के वोट बैंक का फायदा लेने के लिए बरैया को प्राथमिकता क्रम में पहले नंबर पर रखकर उन्हें राज्यसभा में भेजने की मांग की है। बरैया के राज्यसभा में जाने से कांग्रेस को उपचुनाव में अनुसूचित जाति और जनजाति वोट बैंक का लाभ मिलेगा l फूल सिंह बरैया को राज्यसभा भेजने के पीछे पार्टी नेताओं का तर्क है कि इससे ग्वालियर चंबल संभाग की 16 विधानसभा सीटों पर जीत का समीकरण मजबूत हो सकता है। गौरतलब है कि जिन 24 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है उनमें ग्वालियर संभाग की 9 विधानसभाएं, जिनमें ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, डबरा, भाण्डेर, करैरा, पोहरी, बमौरी, अशोकनगर, मुंगावली और चंबल संभाग की 7 विधानसभाएं सुमावली, मुरैना, दिमनी, अंबाह, मेहगांव, गोहद और जौरा शामिल हैं। इन सीटों पर बड़ी संख्या में दलित वोट हैं। इसलिए बरैया को राज्यसभा भेजने की तैयारी हो रही है। आंतरिक कलह की बजाए दिग्विजय को माना जा रहा है, अब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय को त्याग करना होगा l


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अन्तराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस के अवसर पर ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन युवाओं में नशे का बढ़ता चलन विषय पर आयोजित हुआ सेमिनार ग्वालियर- 26 जून को पूरे विश्व में अन्तराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस के रुप में मनाया जाता है। इसी कड़ी में रमन शिक्षा समिति द्वारा कोरोना संक्रमण को देखते हुए आज " युवाओं में नशे का बढ़ता चलन" विषय पर आॅनलाइन सेमिनार का आयोजन किया गया। इस आॅनलाइन सेमिनार में 142 महिला, पुरुष , समाजसेवियों एवं पियर एज्यूकेटरों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के शुभारंभ में संस्था सचिव रामदास माहौर द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा एवं वक्ताओं का परिचय कराया गया। आॅनलाइन सेमीनार में युवाओं को संबोधित करते हुये राष्ट्रीय शराबबंदी संयुक्त मोर्चा के प्रदेश संयोजक हरिओम गौतम ने कहा कि युवा पीड़ी कल के देश का भविष्य है, जिस तरह से आज युवा शौक-शॊक में नशे की लत में फसतें जा रहै है वह चिन्ता का विषय है। यदि समय रहते हम नहीं चेते तो आने वाले समय में हमें इसके गम्भीर परिणाम भुगतने पड़ सकते है। आज नशे की समस्या, देश की बडी समस्याओं में से एक समस्या है क्योकि नशा करने वाले व्यक्ति के साथ साथ, उसका परिवार भी बर्बाद हो जाता है और परिवार के साथ इसका असर समाज पर भी पडता है। आज समाज में जो भी घटना दुर्घटना हो रहे है इनके जिम्मेदार कही न कही नशा भी है, नशे के चलते इन्सान अपना अच्छा बुरा नही समझ पाता और गलत राह में चलने लगता है। कार्यक्रम में एरिया कार्डीनेटर श्रीमती प्रीति मिश्रा ने युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति एवं उससे शरीर व समाज पर पड़ने वाले दुस्प्रभावों से विस्तृत रुप से अवगत कराया। कार्यक्रम में डॉ॰ सूरज सिंह ने पियर एज्यूकेटर एवं पियर वाॅलियन्टर को समाज में प्रेरक की भूमिका अदा करने का आव्हान किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी लालता प्रसाद मिश्रा ने कहा कि युवा देश का भविष्य हैं इसलिए हम सभी को मिलकर नशा रुपी राक्षस का अंत करना होगा। उन्होंने बताया कि‌ कॆसे युवावस्था में बच्चे शॊक शॊक में नशे की लत में पड़ जाते है। जब तक उनकी समझ में आता हैं तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। इस अवसर पर अन्य वक्ताओं डॉ॰ आनंद शर्मा, डॉ॰ मंजूलता आर्य ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के अंत में समाजसेवी हरिओम गौतम द्वारा सभी को नशामुक्ति की शपथ दिलाई गयी। इस अवसर पर सूरज सिंह, शैलैन्द्र सिंह राठौर, श्रीमती उर्मिला भदौरिया, तारा वर्मा, राहुल माहौर, अनिल शाक्य, अंजली करोठिया आदि लोगों ने अपनी अहम भूमिका अदा की।
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